1857 की क्रांति
भारत का पहला स्वतन्त्रता संग्राम ब्रिटिशों के विरुद्ध अनेक राजनितिक, सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और सैनिकों के रोष के होने से हुआ। पहाड़ी राज्यों के लोग भारत के अन्य भागों के लोगों की तरह सक्रिय नहीं थे। बुशहर के आलावा लगभग सभी लोग और उनके शासक क्रांति के समय निष्क्रिय रहे। उनमे से कुछ ने तो क्रांति के समय ब्रिटिशों का साथ भी दिया। इनमें चंबा, बिलासपुर, बग़ल, और धामी के शासक शामिल थे। बुशहर ने ब्रिटिशों के हितों के विरुद्ध प्रतिक्रिया दी हालाँकि यह स्पष्ट नही है की इन्होने क्रन्तिकरितों की सच में सहायता की या नहीं ।